Best kids story hindi
"Best Kids story hindi"
हमारे पास बहोत अच्छी kids story hindi है, जो आप लोगो के दिलो को खूब भाएगी| हमे उम्मीद है की आप हमारी कहानिया पढ़कर निराश नहीं होंगे, ये kids story hindi बहोत अच्छी है|
"Kids story hindi"
ये कहानी है एक छोटे हाथी जो अपनी माँ के साथ जंगल मे रहता था और उसके पिताजी को एक दिन कुछ इंसान अपने साथ कैदी बना कर ले गए थे, जब छोटे हाथी के पिता को इंसान कैदी बनाकर ले गए थे तब छोटा हाथी अपनी माँ के पैट मे था वो अक्सर अपनी माँ से पूछता था कि उसके पिता कहा है और उसकी माँ उसे हमेशा कह देती थी कि उसके पिताजी जल्द वापस आएगा, लेकिन छोटे हाथी कि माँ जानती थी कि वो कभी वापस नहीं आ पाएंगे|
छोटा हाथी बड़ा हो रहा था उसकी माँ ने अभी तक उसका नाम नहीं रखा था, लेकिन अब वो बड़ा हो रहा था उसे अब छोटा हाथी कहकर तो नहीं पुकार सकते, उसका कुछ तो नाम तो रखना ही था, तो उसकी माँ ने अपने जंगल के साथियो से पूछा कि वो छोटे हाथी का क्या नाम रखे तो एक घोटा कहता उसका नाम बादल रख तो, बन्दर कहता है बादल नाम तो घोड़े का होता है, तो घोड़ा कहता तो चेतक नाम रख दो तो बन्दर कहता है भाई तू चुप ही रह, ये बात सुनते ही सब हसने लग जाते है छोटे हाथी कि माँ कहती है मेरा बच्चा बहोत चंचल और शरारती है उसका नाम उसके सोभाव से मिलता होना चाहिए तो साथ मे बैठा मौर कहता है, तो उसका नाम कृष्णा ही सही रहेगा, सभी लोगो ने इस नाम पर हामी भर दी और छोटे हाथी का नाम अब कृष्णा हो गया|
कृष्णा एक दिन जंगल मे यू ही गुम रहा था उसे सामने से कुछ लोग आते नज़र आए वो भाग कर हाथियों के राजा के पास पहोच गया और उसने राजा को उन लोगो के बारे मे बताया, जब हाथी वहा पहोचे तो उन्होने देखा कि वो इंसान है और उनके साथ कुछ हाथी है जो जंजीरों से बंदे है हाथियों के राजा को लगा कि वो हमारे जंगल के हाथियों को कैदी बनाने आए है हाथियों के राजा ने वासला लिया कि वो दूसरे जंगल कि तरफ प्रस्तान करगे ताकि वो इंसानों से बच पाए| ईथर कृष्णा ने ये बात जाकर घर मे बता दी कि कुछ इंसान जंगल मे आए और उनके साथ कुछ हाथी ज़ंजीरो से बंधे हुए है कृष्णा कि माँ को लगा कि कही उनमे से कोई कृष्णा के पिताजी तो नहीं वो एक बार वहा जाकर देखना चाहती थी, लेकिन हाथियों का झुंड दूसरे जंगल जा रहा था तो कृष्णा कि माँ ने हाथियों के राजा से कुछ समय मंगा कि वो एक बार जाकर वहा देखकर आ सके कि वहा कृष्णा के पिता है या नहीं, राजा ने कहा कि मने वहा सारे हाथियों को देखा है और कहा कृष्णा के पिता वहा है, लेकिन साथ ही साथ राजा ने ये भी कहा कि मे उन्हे छुड़ाने मे तुम्हारी कोई मदत नहीं कर सकता क्योंकि वहा इंसान के पास हथियार है एक हाथी कि वजह से मे इतने सारे हाथियों कि जान मुसीबत मे नहीं डाल सकता|
कृष्णा कि माँ निराश हो गई, तो कृष्णा ने पूछा माँ क्या हुआ माँ ने सब कुछ अपने बटे को बता दिया कि कसे उसके पिता को कैदी बना के जंगल से ले गए थे|
सारे हाथी दूसरे जंगल चले गए लेकिन कृष्णा और उसकी माँ नहीं गए उन्होने तय किया कि वो कृष्णा के पिता को बचाएंगे, लेकिन अकेले ये मुमकिन नहीं था तो कृष्णा ने तय किया कि वो शरो के राजा से मदत मांगेगा लेकिन ये कृष्णा के लिए ख़तरनाक था, लेकिन अपने पिता के लिए वो अपनी जान भी देने के लिए तैयार था, कृष्णा अपनी माँ को बिन बताए जंगल के राजा से मिलने चला गया वहा पहोचते ही उसे शरो ने घेर लिया और पूछा तुम यहा क्यू आए हो तो कृष्णा ने कहा मे राजा से मिलने आया हु| शरो के राजा आ गए उन्होने पूछा तुम यहां क्यू आए हो तो कृष्णा ने कहा मे आपसे मदत माँगने आया हु राजा ने कहा तुम्हे क्यों लगता है हम तुम्हारी मदत करगे, कृष्णा ने कहा कि आप सिर्फ शरो के ही राजा नहीं हो आप जंगल के भी राजा हो, आपका दायित्व पूरे जंगल का बनता है कृष्ण कि मासूमियत देखकर राजा ने उसकी मदत करने के लिए हाँ कह दिया और उसकी मदत के लिए उसके साथ आ गए और इंसानों से लड़कर कृष्णा के पिता को उनकी कैद से छुड़ा लिया और कृष्णा ने शरो का शुक्रिया किया और अपने पिता के साथ अपनी माँ के पास वापस लौट गया और फिर वो तीनो ख़ुशी-ख़ुशी साथ रहने लगे|
हमे उम्मीद है कि आप लोगो को हमारी कहानी "Best Kids story hindi" पसंद आई होंगी|
"Kids story hindi bio"
हमारे पास बहोत अच्छी kids story hindi है, जो आप लोगो के दिलो को खूब भाएगी| हमे उम्मीद है की आप हमारी कहानिया पढ़कर निराश नहीं होंगे, ये kids story hindi बहोत अच्छी है|
"Kids story hindi"
ये कहानी है एक छोटे हाथी जो अपनी माँ के साथ जंगल मे रहता था और उसके पिताजी को एक दिन कुछ इंसान अपने साथ कैदी बना कर ले गए थे, जब छोटे हाथी के पिता को इंसान कैदी बनाकर ले गए थे तब छोटा हाथी अपनी माँ के पैट मे था वो अक्सर अपनी माँ से पूछता था कि उसके पिता कहा है और उसकी माँ उसे हमेशा कह देती थी कि उसके पिताजी जल्द वापस आएगा, लेकिन छोटे हाथी कि माँ जानती थी कि वो कभी वापस नहीं आ पाएंगे|
छोटा हाथी बड़ा हो रहा था उसकी माँ ने अभी तक उसका नाम नहीं रखा था, लेकिन अब वो बड़ा हो रहा था उसे अब छोटा हाथी कहकर तो नहीं पुकार सकते, उसका कुछ तो नाम तो रखना ही था, तो उसकी माँ ने अपने जंगल के साथियो से पूछा कि वो छोटे हाथी का क्या नाम रखे तो एक घोटा कहता उसका नाम बादल रख तो, बन्दर कहता है बादल नाम तो घोड़े का होता है, तो घोड़ा कहता तो चेतक नाम रख दो तो बन्दर कहता है भाई तू चुप ही रह, ये बात सुनते ही सब हसने लग जाते है छोटे हाथी कि माँ कहती है मेरा बच्चा बहोत चंचल और शरारती है उसका नाम उसके सोभाव से मिलता होना चाहिए तो साथ मे बैठा मौर कहता है, तो उसका नाम कृष्णा ही सही रहेगा, सभी लोगो ने इस नाम पर हामी भर दी और छोटे हाथी का नाम अब कृष्णा हो गया|
कृष्णा एक दिन जंगल मे यू ही गुम रहा था उसे सामने से कुछ लोग आते नज़र आए वो भाग कर हाथियों के राजा के पास पहोच गया और उसने राजा को उन लोगो के बारे मे बताया, जब हाथी वहा पहोचे तो उन्होने देखा कि वो इंसान है और उनके साथ कुछ हाथी है जो जंजीरों से बंदे है हाथियों के राजा को लगा कि वो हमारे जंगल के हाथियों को कैदी बनाने आए है हाथियों के राजा ने वासला लिया कि वो दूसरे जंगल कि तरफ प्रस्तान करगे ताकि वो इंसानों से बच पाए| ईथर कृष्णा ने ये बात जाकर घर मे बता दी कि कुछ इंसान जंगल मे आए और उनके साथ कुछ हाथी ज़ंजीरो से बंधे हुए है कृष्णा कि माँ को लगा कि कही उनमे से कोई कृष्णा के पिताजी तो नहीं वो एक बार वहा जाकर देखना चाहती थी, लेकिन हाथियों का झुंड दूसरे जंगल जा रहा था तो कृष्णा कि माँ ने हाथियों के राजा से कुछ समय मंगा कि वो एक बार जाकर वहा देखकर आ सके कि वहा कृष्णा के पिता है या नहीं, राजा ने कहा कि मने वहा सारे हाथियों को देखा है और कहा कृष्णा के पिता वहा है, लेकिन साथ ही साथ राजा ने ये भी कहा कि मे उन्हे छुड़ाने मे तुम्हारी कोई मदत नहीं कर सकता क्योंकि वहा इंसान के पास हथियार है एक हाथी कि वजह से मे इतने सारे हाथियों कि जान मुसीबत मे नहीं डाल सकता|
कृष्णा कि माँ निराश हो गई, तो कृष्णा ने पूछा माँ क्या हुआ माँ ने सब कुछ अपने बटे को बता दिया कि कसे उसके पिता को कैदी बना के जंगल से ले गए थे|
सारे हाथी दूसरे जंगल चले गए लेकिन कृष्णा और उसकी माँ नहीं गए उन्होने तय किया कि वो कृष्णा के पिता को बचाएंगे, लेकिन अकेले ये मुमकिन नहीं था तो कृष्णा ने तय किया कि वो शरो के राजा से मदत मांगेगा लेकिन ये कृष्णा के लिए ख़तरनाक था, लेकिन अपने पिता के लिए वो अपनी जान भी देने के लिए तैयार था, कृष्णा अपनी माँ को बिन बताए जंगल के राजा से मिलने चला गया वहा पहोचते ही उसे शरो ने घेर लिया और पूछा तुम यहा क्यू आए हो तो कृष्णा ने कहा मे राजा से मिलने आया हु| शरो के राजा आ गए उन्होने पूछा तुम यहां क्यू आए हो तो कृष्णा ने कहा मे आपसे मदत माँगने आया हु राजा ने कहा तुम्हे क्यों लगता है हम तुम्हारी मदत करगे, कृष्णा ने कहा कि आप सिर्फ शरो के ही राजा नहीं हो आप जंगल के भी राजा हो, आपका दायित्व पूरे जंगल का बनता है कृष्ण कि मासूमियत देखकर राजा ने उसकी मदत करने के लिए हाँ कह दिया और उसकी मदत के लिए उसके साथ आ गए और इंसानों से लड़कर कृष्णा के पिता को उनकी कैद से छुड़ा लिया और कृष्णा ने शरो का शुक्रिया किया और अपने पिता के साथ अपनी माँ के पास वापस लौट गया और फिर वो तीनो ख़ुशी-ख़ुशी साथ रहने लगे|
हमे उम्मीद है कि आप लोगो को हमारी कहानी "Best Kids story hindi" पसंद आई होंगी|
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