Best hindi kahne

             "Best hindi kahne"
हमारे पास बहोत अच्छी best hindi kahne है,  जो आप लोगो के दिलो को खूब भाएगी| हमे उम्मीद है की आप हमारी कहानिया  पढ़कर निराश नहीं होंगे,  ये best hindi kahne बहोत अच्छी है|
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ये कहानी है एक छोटे से राज्य के एक राजा की जो अपनी प्रजा से बहोत प्यार करता था,  उस राज्य मे सब लोग बहोत ख़ुशी और प्यार से रहते थे लेकिन एक दिन उस राज्य पे  चुपके से दूसरे राज्य ने हमला कर दिया और राजा को कैदी बना लिया|
प्रजा बहोत गुस्से मे थी वो लोग राजा से बहोत प्यार करते थे और राजा को कैद से छुड़ने के  लिए कुछ भी कर सकते थे राज्य के लोगो ने महल की तरफ कूच कर दी,  ये देखकर दूसरे राज्य का राजा डर गया और उसने राजा को धमकी दी कि अगर तुम अपने राज्य के लोगो को नहीं रोका तो मे सबको मार दूंगा राजा अपनी प्रजा से बहोत प्यार करता था वो नहीं  चाहता था कि प्रजा को कुछ भी हो,उसने प्रजा को झूठा आश्वासन देकर समझा दिया कि सब कुछ ठीक है|
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राजा को जेल मे डाल दिया लेकिन दूसरे राज्य के राजा को पता था कि प्रजा ज़्यादा समय तक नहीं रुकेगी,  दूसरे राज्य के राजा ने राजा को राज्य से दूर  ले जाकर छोड़ दिया और उसे कहा अगर तुम अपने राज्य की भलाई चाहते हो तो वापस इस राज्य मे मत आना,  राजा ने उसकी बात मान ली और राज पाठ के त्याग करके  सादा जीवन जीने लगा|
 देखते-देखते कई साल ऐसे ही बीत गए राजा ने कभी अपने राज्य कि तरफ देखा भी नहीं सिर्फ अपनी प्रजा के खातिर,  लेकिन शायद उसने अपना राज्य छोड़कर ठीक नहीं किया क्योकि जिस राज्य मे वो रह रहा था वहाँ लोग राजा के राज्य के बारे मे बात करते हुए सुना कि कैसे दूसरे राज्य का राजा उसकी प्रजा को परेशान कर रहा है,  ये बात सुनकर राजा से रहा नहीं गया वो अपना चेहरा चेहरा ढक कर  अपनी प्रजा को देखना पहोच गया|
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जब राजा वहाँ पहोचा तो उसने देखा कि उसकी प्रजा दूसरे राज्य के राजा से कितनी परेशान है ना तो प्रजा के पास खाने को है ना ही अपनी जिंदगी गुज़र-बसर करने के लिए धन ये सब देखकर राजा को बहोत गुस्सा आया उसने  तय किया,  कि वो अपना राज्य वापस लेगा|
राजा अपनी प्रजा के सामने आ गया और उन लोगो को सब कुछ बता दिया जो उसके साथ हुआ था,  प्रजा राजा के साथ हो गई,  लेकिन अभी असली जंग बाकि थी राजा को अपना राज्य वापस लेना था और उसके लिए उसे दूसरे राज्य के राजा से लड़ना पड़ता लेकिन ना तो उसके पास सेना थी ना ही  धन,  तो राजा ने राज्य के लोगो को दूसरे राज्य के राजा कि नज़र से छुपा कर लड़ना सीखना शुरू कर दिया ताकि वो लोग राज्य जितने मे राजा कि मदत कर सके,
  धन के लिए राजा ने अपने सोने के जेवर बेच दिए और प्रजा से जितना बल  पड़ता उन लोगो ने भी दिया,  उस पैसे से उन लोगो ने हतियार खरीदे और फिर महल कि तरफ युद्ध करने के लिए भड़े,  इतने लोगो को देखकर सैनिको ने महल के दरवाजे बंद कर दिए, लोगो ने महल का दरवाजा तोड़ कर महल मे घुस गए और राजा ने  दूसरे राज्य के राजा को हराकर अपने तखत पर बेठ गया और जनता पहले कि तरहा अपनी जिंदगी खुश हाल तरीके से जीने लगी|

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